Deepseek क्या है:What is Deepseek
Deepseek एक AI (Artificial intelligence) tool हैं जो chaina की एक छोटी सी AI कंपनी ने अपनी एक application बनाया है जो आज तक पूरी दुनिया में जितनी भी AI tools थे Deepseek उसे पछाड़ लॉन्च होने के 4 दिनों बाद ही टॉप पर पहुंच गई है
Deepseek के आने से अमेरिका tech कंपनियों में कोहराम मचा हुआ है अमेरिका के tech कंपनियों के इंडेक्स Dowjones में गिरावट देखने को मिल रही है चलिए कहानी को समझते हैं
Deep seek का क्या काम है:
Deepseek बाकी के ऐप्स की तरह ही AI (Artificial intelligence)पर काम करता है यानी आप इससे वह सारी चीज कर सकते हैं जो अब बाकी की ऐप से अब तक करते आ रहे हैं अब आप कहेंगे ठीक है एक नया ऐप आ गया इसमें कोहराम की क्या बात है दरअसल मामला यह है कि अब तक AI के मामले में अमेरिकी कंपनियों की बादशाहत है वह भी अमेरिका के ही पास है अमेरिकी tech कंपनिया है जो पूरी tech कंपनियों में भारी निवेश भी कर रही थी जो AI tools पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जा रहा है इसकी तारीफ में हर तरफ AI पढ़े जा चुके हैं.https://indiatime6067.com/
CHINA: China is illegally using American Ai technology made by $NVDA to build a powerful Ai model called DeepSeek R1. The LLM was released it for free using an open source license. This is a massive blow to US Ai companies like OpenAi and Antropic. pic.twitter.com/v2MSiOBItg
— @amuse (@amuse) January 26, 2025
Deep seek को किसने बनाया है:
Deep seek को चीन के 40 वर्षीय व्यक्ति जिसका नाम हैलियांग वेलफैंग उसने Deep seek दुनिया के सामने रखा और बताया कि यह दुनिया का सबसे बेस्ट AI tool है इस AI tool की टक्कर में कोई नहीं.!
Deep seek बनाने की शुरुआत कब हुई थी:-
Deep seek की शुरुआत वैसे तो 2023 में की गई थी लेकिन ताजा अपडेट यह है कि अब यह नई अपडेट के बाद एप्पल के एप स्टोर पर टॉप रेटेड फ्री एप बन गया है और chatgptको भी पीछे छोड़ दिया है आज ताजा अपडेट में अमेरिकी टेक कंपनियों की और उसमें निवेश करने वालों की नींद उड़ा रखी है Deep seek ने अब आप कहेंगे इसमें निवेश को की नींद उड़ाने वाली क्या बात है तो आइए आगे देखते हैं
What is Deepseek.
Deep seek को बनाने में कितना खर्च आया और कितना समय लगा..!
इन्होंने deep seek को 6 मिलियन डॉलर में ही डेवलप कर लिया है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी कंपनी और उसके निवेश को ने टेक्नोलॉजी के लिए अरबों बिलियन पानी में बहा दिए हैं हालांकि जो चीनी डेवलपर्स और डिसटीब्युटेड है यानी लोग उनसे पर तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं अभी शायद थोड़ा और समय लगेगा लेकिन अगर यह सच हुआ तो अमेरिकी tech कंपनियों को अचानक से एक ऐसा कंपीटीटर मिल जाएगा जो low cost a model बना रहा है और दूसरी तरफ अमेरिकी tech कंपनियां आई है जिनके ऊपर भारी भरकम निवेश कर चुकी है मतलब साफ है अमेरिकी कंपनियों के मुनाफे को लेकर चिंता तो होगी ही मजे की बात यह है कि इमरजेंसी ऐसे वक्त में हुआ है जब अमेरिका AI के लिए इस्तेमाल होने वाले एडवांस के टेक्नोलॉजी की बिक्री चीन के लिए resist कर चुका है डेवलपमेंट एंड मीडिया के हाईटेक के nivida चिप्स के साथ हुई लेकिन बाद में अमेरिका ने चिप्स को चीन को एक्सपोर्ट करने से मना कर दिया जिसके बाद Deepseek के डेवलपर्स ने लोअर एंड के सस्ते चिप्स के साथ मार्केट में आ गए जो अपने डेवलपमेंट को आगे बढ़ाया डेवलपर्स ने आपस में एक दूसरे से अपना काम और अपना एक्सपेरिमेंट शेयर किया और इस AI टेक्नोलॉजी के लिए नया aproch पर काम करने लगे जिससे पहले की मुकाबले कम कंप्यूटिंग पावर की जरूरत है तो यह है की पूरी कहानी चीन के इस नए कारनामे पर आप क्या समझते कमेंट में जरूर बताएं और आपकी जिंदगी में क्या-क्या बदला है यह भी आप हमसे शेयर कर सकते हैं. जय हिंद जय भारत!!https://www.deepseek.com/